मैट ने एक भावनात्मक और हृदयस्पर्शी कहानी साझा की कि किस प्रकार रेलवे ने उनके पार्टनर के बेटे रूबेन को 4 वर्षों में पहली बार मुस्कान और वास्तविक हंसी दी। 14 वर्षीय रूबेन की हालत जीवन-सीमित है, लेकिन रेलवे रूबेन और उसके 'बोनस डैडी' मैट के लिए एक साझा जुनून बन गया है, जिससे उन्हें बहुमूल्य यादें बनाने का एक तरीका मिल गया है, जबकि वे जानते हैं कि उनके लिए समय बहुत कम है।