70 मील प्रति घंटे से अधिक की गति से सूफले बनाने से लेकर मल्लाग के घाट से ताजा लैंगोस्टीन इकट्ठा करने तक, शेफ नील फोर्ब्स ने अपना करियर (और प्यार) द रॉयल स्कॉट्समैन के गैली में शुरू किया।
रेल की पटरियों पर बढ़िया भोजन किसी भी शेफ के लिए कई तरह की चुनौतियाँ खड़ी करता है, जिसमें रेल लाइन के उत्पादकों और मछुआरों से सामग्री प्राप्त करने से लेकर स्टेशन पर सभी डिब्बों की गहन जानकारी तक शामिल है। नील की महान रेल कथा भोजन, यात्रियों और ट्रेन में मौजूद टीम के प्रति प्रेम से भरी है, जो डिब्बे की तंग जगहों में भी एक बेहद करीबी रिश्ता बनाते हैं। यहीं उनकी मुलाकात उनकी पत्नी से हुई थी और आज भी दुनिया भर के रसोई घरों में उनके 30 साल के करियर की कुछ सबसे प्यारी यादें यहीं ताज़ा हैं।