रेलवे में आजीवन काम करने वाले पॉल की कहानी 150 साल पहले उनके परदादा से जुड़ी है, जिन्होंने रेलवे में काम करने की पारिवारिक परंपरा शुरू की थी। रेलवे की बदौलत पॉल अपनी पत्नी से मिले, अपने बेटों का नाम रखा और उन्होंने जीवन भर करीबी दोस्ती, संबंध और अनमोल यादें बनाईं, जिसमें वह समय भी शामिल है जब उन्होंने दिवंगत रानी को हंसाया था!