स्कॉट डॉलिंग - रेल की पटरियों पर बीता बचपन

स्कॉट के माता-पिता एक स्टेशन पर क्रॉसिंग कीपर थे, इसलिए उनकी महान रेल कहानी उनके जन्म से बहुत पहले ही शुरू हो गई थी। दिन-प्रतिदिन और परिवार 40 वर्षों तक स्टेशन पर समय सारिणी और जीवन के इर्द-गिर्द घूमता रहा, जिसे वे अपना घर कहते थे। 10 वर्ष की आयु तक, स्कॉट स्टेशन पर स्वयंसेवा कर रहा था और ड्राइवरों के साथ लाइन पर ऊपर-नीचे जाने के लिए ट्रेनों में कूद रहा था।

आज स्कॉट अपने "होम" स्टेशन के एक स्टेशन को अपना रहे हैं तथा स्टेशन की विरासत और रेल से अपने परिवार के संबंध को बरकरार रखे हुए हैं।